Introduction to Windows Operating System -2

विन्‍डोज ऑपरेटिंग सिस्‍टम का परिचय - 2

विन्‍डोज ऑपरेटिंग सिस्‍टम की विशेषताऍंं - 

1. ग्राफिकल यूजर इंटरफेस - लगभग सभी विन्‍डोज ऑपरेटिंग सिस्‍टम ग्राि‍फिकल यूजर इंटरफेस प्रदान करते हैं इसके कारण यूजर आसानी से एक एप्‍लीकेशन से दूसरी एप्‍लीकेशन तक पहुँच सकते हैं । एवं अत्‍यधिक सरलता से कम्‍प्‍यूटर का  प्रयोग कर सकते हैं । 

2. विन्‍डोज ईजी ट्रांंसफर - कम्‍प्‍यूटर बदलते समय या ऑपरेि‍टिंग सिस्‍टम बदलते समय सबसे 
  पहले हम पुरानी फाइल्‍स को नए कम्‍प्‍यूटर मे डालना चाहते हैै ।  हम  अपने पुराने कम्‍प्‍यूटर की फाइल्‍स , यूजर अकाउन्‍ट , फाइल्‍स्‍ा व फोल्‍डर , प्रोग्राम सेटिंग्‍स  इत्‍यादि सभी सेटिंग्‍स नये कम्‍प्‍यूटर मे डाल सकते हैं । इसके लिए हम केबल , सीडी , डीवीडी , यूएसबी  फ्लेश ड्राइव , नेटवर्क केबल  या एक एक्‍सर्टनल हार्ड डिस्‍क से यह ट्रांसफर कर सकते हैं । 

3. विन्‍डोज एनीटाइम अपग्रेड - इस फीचर की सहायता से हम अपने विन्‍डोज ओएस को कभी भी कोई दूसरे नवीन विन्‍डोज ओएस मे बदल सकते हैं ।

4. सर्चिंग एंंड आर्गनाइजिंग - अधिकतर विन्‍डोज के  फोल्‍डर को खोलते समय सबसे ऊपर की तरफ दायीं ओर एक सर्च बाक्‍स दिखाई देेता  है । किसी फाइल एवंं फोल्‍डर को सर्च करते समय उस फाइल का नाम या उसका कुछ हिस्‍सा लिखकर हम उसे सर्च कर सकते हैं ।

5. पेरेंटल कंट्रोल -  पेरेंटल कंट्रोल के द्वारा हम यह सुनिश्चित कर सकते है कि कब बच्‍चे कम्‍प्‍यूटर उपयोग करेगें एवंं इंटरनेट पर कौन सी बेवसाइट देख सकते हैं  ।

6. कंट्रोल पेनल -   सभी विन्‍डोज ऑपरेटिंग सिस्‍टम मे कन्‍ट्रोल पेनल उपि‍स्थित होता है कंट्रोल पेनल की सहायता से हम कम्‍प्‍यूटर की विभिन्‍न सेटिंग्‍स को अपने मन मुताबि‍क बदल सकते हैं । कुछ उपयोगी  सेटिंग्‍स जैसे -   डिवाइस मेनेजर , साउंड , नेटवर्क  कनेक्‍शन , प्रिंटर एवं हार्डवेयर इत्यादि  हैं । यूजर कंट्रोल ऑप्‍शन के द्वारा हम कई यूजरो के लिए अलग - अलग ऑप्‍शन बना सकते है  ।   

7. ईज ऑफ एक्‍सेस - ईज ऑफ एक्‍सेस सेंटर वह स्‍थान है जहाॅंं हम कम्‍प्‍यूटर के उपयोग संबंधी सेटिंग्‍स जैसे 
माऊस के कर्सर की गति , टेक्‍स्‍ट की साइज इत्‍यादि को अपने हिसाब से बदल सकते हैं । 

8. डिफॉल्‍ट प्रोग्राम्‍स - डिफॉल्‍ट प्रेग्राम्‍स वह सेटिंग है जिसके द्वारा हम किसी फाइल के लिए डिफॉल्‍ट प्रोग्राम को सेट कर सकते हैंं साथ ही साथ ऑटो प्‍ले सेटिंग और कम्‍प्‍यूटर डिफाल्‍ट इत्यादि सेटिंग्‍स भी बदल सकते हैं । 

9. रिमोट डेस्‍क्‍टॉप्‍ा कनेक्‍शन - इस ऑप्‍शन के द्वारा हम एक कम्‍प्‍यूटर  से किसी  दूसरे कम्‍प्‍यूटर को उपयेग कर सकते हैं  इसके लिए दोनो कम्‍प्‍यूटर आपस मे नेटवर्क के द्वारा एक दूसरे से जुड़े होनेे चाहिए । 

10. स्‍टार्ट मीनू -  स्‍टार्ट मीनू  विन्‍डोज ओएस का अभिन्‍न हिस्‍सा है (केवल विन्‍डोज 8 को छोड़कर ) यह एक प्रमुख ऑप्‍शन हैै जिसके द्वारा किसी फाइल या प्रोग्राम को खोला जा सकता है । 

11. बेकअप एवं रिस्‍टोर ऑप्‍शन -  बेकअप एवं रिस्‍टोर विन्‍डोज का बहुत उपयोगी ऑप्‍शन है बेकअप के द्वारा हम किसी फाइल की कॉपी बना सकते हैैं एवं रिस्‍टोर आप्‍ॅशन के द्वारा हम बेकअप किए हुए डाटा का उपयोग कर कम्‍प्‍यूटर को अपनी पुरानी स्थिति मे पंहुचा सकते हैं । 



माइक्रोसाॅफ्ट विन्‍डोज 7 का परिचय - 
विन्‍डोज 7 , 22 जुलाई 2009 को विन्‍डोज 7 रिलीज किया गया  तथा बहुत ही कम समय मे यूजर का लोकप्रिय ऑपरे‍टिंग सिस्‍टम बन गया ।


डेस्‍कटाप विन्‍डोज की प्रमुख स्‍क्रीन है कम्‍प्‍यूटर के बूट होने के पश्‍चात सर्वप्रथम यही स्‍क्रीन ही दिखाई देती है
यह वह स्‍थान है जहॉं हमको आइकाॅन , डायलाॅग बॉक्‍स ,   विभिन्‍न विन्‍डो , स्‍टार्ट मीनू , टास्‍क बार इत्‍यादि चीजे दिखाई देती है ।
नोट - आइकॉन वह इमेज है जो कि किसी फाइल या एप्‍लीकेशन को दर्शाती हैै सामान्‍य तौर पर इसे सिलेक्‍ट किया जा सकता है
  डाॅयलाग बॉक्‍स एक ऐसी विंडो है जो कि कुछ अतिरिक्‍त जानकारी ,एेेरर अथवा कुछ अन्‍य ऑप्‍शन देने के लिए   दिखाई देता है ।
स्‍टार्ट मीनू विंडोज के बांयी ओर सबसे कोने पर उपि‍स्थित स्‍टार्ट बटन को दबाने से दिखाई  देती है इसकी सहायता सेे हम विभिन्‍न्‍ा एप्‍लीकेशन या प्रोग्राम्‍स को खोल सकते हैं ।
स्‍टार्ट बटन के साथ लगी हुई पट्टी को ही हम टास्‍क बार कहते हैं इस टास्‍क बार मे हम वर्तमान मे खुली हुई एप्‍लीकेशन को देख सकते हैंं इसी पट्टी के सबसे दायी स्‍थान को हम स्‍टेटस बार कहते हैं जहोँ से हम नेटवर्क की स्थिति , वाल्‍यूम आदि का वर्तमान स्‍टेटस देख सकते हैं ।
फाइल एक ऐसी जगह है जहॉं सूचनाऍं सुरक्षित रखी जाती है , एवं फोल्‍डर एक ऐसा स्‍थान है जहाॅँँ हम अपनी फाइल एवं दूसरे फोल्‍डर को आसानी से सुरक्षित करके रख सकते हैं । 

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