लाइनिक्स शेल का परिचय
शेल - शेल एक यूजर प्रोग्राम या एक वातावरण है जो कि यूजर से प्राप्त कमांड्स को आपरेटिंग सिस्टम (लाइनिक्स या यूनिक्स ) को समझाता है अर्थात शेल्ा एक कमांड लाइन इंटरप्रिटर है जो कि यूजर से कीबोर्ड या किसी फाइल के द्वारा इनपुट प्राप्त करता है ।
शेल कर्नल का भाग नही है परन्तु यह कमांड को क्रियािन्वित करने के लिए कर्नल का प्रयोग करता है ।
लाइनिक्स मे कई शेल इस्तेमाल की जा सकती है जैसे कि -
1. बेश (BASH- BOURNE AGAIN SHELL) - अधिकांश लाइनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम मे ये प्रयुक्त होती है ।इसे ब्राइन फॉक्स एवं चेट रेमी ने बनाया है ।
2. सी शेल (C Shell) - इसका सिन्टेक्स एवं उपयोग बहुत हद तक सी प्रोग्रामिंग लेंग्वेज से मिलता है । इसे बिल जॉय ने बनाया है ।
3. के शेल (Korn Shell) - इसे ए टी एंड टी लेब मे डेविड कोर्न ने बनाया था ।
4. टीसीएसएच (TCSH) - ये यूनिक्स के सी शेल का उन्नत वर्जन है जो कि पिछले वर्जन को पूर्णत: सपोर्ट करता है ।
शेल कर्नल का भाग नही है परन्तु यह कमांड को क्रियािन्वित करने के लिए कर्नल का प्रयोग करता है ।
लाइनिक्स मे कई शेल इस्तेमाल की जा सकती है जैसे कि -
1. बेश (BASH- BOURNE AGAIN SHELL) - अधिकांश लाइनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम मे ये प्रयुक्त होती है ।इसे ब्राइन फॉक्स एवं चेट रेमी ने बनाया है ।
2. सी शेल (C Shell) - इसका सिन्टेक्स एवं उपयोग बहुत हद तक सी प्रोग्रामिंग लेंग्वेज से मिलता है । इसे बिल जॉय ने बनाया है ।
3. के शेल (Korn Shell) - इसे ए टी एंड टी लेब मे डेविड कोर्न ने बनाया था ।
4. टीसीएसएच (TCSH) - ये यूनिक्स के सी शेल का उन्नत वर्जन है जो कि पिछले वर्जन को पूर्णत: सपोर्ट करता है ।
शेल स्क्रिप्ट - जब हम शेल के द्वारा किसी क्रम मे कमांड्स के समूूूह को चलाते हैं तो उन कमांड्स के समूह को एक टेक्स्ट फाइल मे सेव किया जा सकता है एवंं उस टेक्स्ट फाइल का प्रयोग कर उन कमांड्स को चलाया जा सकता है इसे शेल स्क्रिप्ट कहते हैं ।
1. शेल स्क्रिप्ट से हम यूजर द्वारा इनपुट ले सकते है एवं आउटपुुुट भी दिखा सकते हैंं
2. इससे समय की बहुत बचत होती है ।
3.
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